अनूपपुर। कोतमा तहसील एवं जनपद पंचायत अनूपपुर (बदरा) के छुल्हा अंतर्गत पकरिया गांव में खेत में 10वीं शताब्दी की सूर्य भगवान की प्रतिमा मिली है। पुरातत्व के जानकार बताते हैं कि यह प्रतिमा कल्चुरी कालीन समय की है जो सूर्य भगवान की है। प्रतिमा प्राप्त होने पर जिला प्रशासन द्वारा अपना प्रतिवेदन वरिष्ठ विभागों को भेज कर अग्रिम आदेश के लिए उल्लेख किया गया है।
एक सप्ताह पूर्व जमीन के तीन फीट अंदर नीचे से एक पत्थर निकला जिसे यादव के स्वजनों द्वारा बांड़ी के किनारे रख दिया था। देखने पर कुछ आकृति बनी हुई थी और मिट्टी से ढकी हुई थी को जब सीधा कर साफ किया गया तो वह पुराने समय की प्रतिमा दिखने पर गांव के लोगों तक जानकारी पहुंची।
प्रशासन को सूचना हुई तो कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देश पर कोतमा तहसीलदार ईश्वर प्रधान,कोतमा थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह, ग्राम पंचायत छुल्हा सरपंच राजेश सिंह, जिला पर्यटन एवं पुरातत्व समिति अनूपपुर सदस्य शशिघर अग्रवाल देर रात मौके पर पहुंच कर प्राप्त पुरातत्व महत्व की प्रतिमा का परीक्षण, अवलोकन करते हुए अभिरक्षा में देकर जब्ती एवं सुपुर्दगी की कार्रवाई करते हुए सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस थाना कोतमा में सुरक्षित रखा गया है।
बताया गया जनपद पंचायत अनूपपुर के ग्राम पंचायत छुल्हा अंतर्गत पकरिया गांव में हीरालाल पिता ददना यादव के खेत में जेसीबी से यूके लिप्टिस के जड़ की खुदाई चल रही थी। सूर्य भगवान की तीन फीट ऊंची डेढ फीट चौड़ी एवं 4.5 सेंटीमीटर मोटे पत्थर से बनी प्रतिमा मिली है। जानकारी ग्रामीणों द्वारा फेसबुक एवं व्हाट्सएप में भेजे जाने पर प्राचीन प्रतिमा मिलने की खबर सार्वजनिक हुई थी।
पूरे धार्मिक आस्था,पूजा अर्चना कर कोतमा थाना के शासकीय वाहन से प्रतिमा को कोतमा थाने में लाकर सुरक्षित स्थान पर रखा गया। इस दौरान पुरातत्व विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर प्राप्त मूर्ति की पहचान 10वीं शताब्दी के कल्चुरी कालीन समय की सूर्य भगवान की प्रतिमा है। जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पकरिया में प्राप्त पुरातत्व महत्व की प्रतिमा के संबंध में शासन स्तर पर पत्राचार किया है।