साल 2016 के बाद में रिलायंस जियो की लॉन्चिंग के बाद से ही रिलायंस इंडस्ट्रीज की एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) हर बार जियो को लेकर बड़े ऐलान करने वाली होती है। गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं एजीएम में भी मुकेश अंबानी ने जियो की नई ऑफरिंग की घोषणा की। कंपनी अब अपनी क्लाउड सर्विस शुरू करने जा रही है।
मुकेश अंबानी ने ऐलान किया कि जियो एआई-क्लाउड सर्विस इसी साल दिवाली से शुरू होगी। कंपनी की सर्विस इस्तेमाल करने वाले जियो यूजर्स को Jio AI-Cloud Welcome Offer के तौर पर 100 जीबी का मुफ्त डेटा स्टोरेज मिलेगा। कंपनी का कहना है कि जियो यूजर्स के लिए अब जियो एआई-क्लाउड सर्विस उपलब्ध होगी। एआई बेस्ड पर ये लोगों को सुरक्षित तरीके से उनके फोटो, वीडियो, डॉक्युमेंट और अन्य डिजिटल कंटेंट स्टोर करने की सुविधा देगा। इस सर्विस की शुरुआत इस साल दिवाली से होगी। वेलकम ऑफर के तहत कंपनी शुरुआत में लोगों को 100 जीबी का मुफ्त स्टोरेज ऑफर करेगी।
जियो की ऑफरिंग के बारे में आकाश अंबानी ने जियो फोनकॉल में एआई के इंक्लूजन की जानकारी दी। जियो यूजर्स को फोनकॉल पर जल्द ही एआई बेस्ड सर्विसेस मिलेगी। इसे कंपनी ने Jio Phonecall AI नाम दिया है। इस सर्विस में आप अपनी हर फोन कॉल में एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर पाएंगे। इसमें आप फोनकॉल को जियो क्लाउड पर रिकॉर्ड कर सकेंगे। जियो क्लाउड पर रिकॉर्ड होने वाली कॉल ऑटोमेटिकली टेक्स्ट में तब्दील हो जाएंगे। इतना ही नहीं ये आपकी कॉल कन्वर्सेशन को समराइज करेगी। ये आपके कॉल टेक्स्ट को दूसरी भाषा में ट्रांसलेट करने का भी काम करेगी।
मुकेश अंबानी ने एजीएम में एआई टेक्नोलॉजी को आने वाले भविष्य में सबसे बड़ा बदलाव लाने वाली तकनीक बताया। उन्होंने कहा कि रिलायंस एआई टेक्नोलॉजी के लोकतांत्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए कंपनी इसे सबसे ज्यादा अफॉर्डेबल कीमत पर हर इंसान तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए कंपनी नेशनल एआई इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित कर रही है। कंपनी जामनगर में एक गीगावाट लेवल का एआई-रेडी डेटा सेंटर भी बना रही है, जो पूरी तरह ग्रीन एनर्जी से चलेगा।
मुकेश अंबानी ने कहा कि लोगों के बीच एआई के अडॉप्शन को तेजी से बढ़ाने के लिए जियो एआई-लाइफसाइकिल से जुड़े टूल्स और प्लेटफार्म को डेवलप कर रही है। कंपनी इसे Jio Brain कहती है। ये सर्विस जियो से जुड़ी अलग-अलग सर्विस को एआई अडॉप्शन के काबिल बनाएगा, जो इन सभी प्लेटफॉर्म के ग्राहकों की जरूरत को समझने में मदद करेगा। जियो ने पिछले एक साल में 5जी और 6जी टेक्नोलॉजी के लिए ही 350 पेटेंट फाइल किए हैं। इसी के साथ कंपनी ने 100 दिन में अपने जियो फाइबर्स की संख्या को तेजी से बढ़ाने की भी घोषणा की है।