एक कदम लड़खड़ाने के बाद भारतीय टीम ने फिर से दौड़ना शुरू कर दिया है। साउथ अफ्रीका में चल रहे अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप में तेज शुरुआत के बाद ऑस्ट्रेलिया से हारने वाली शेफाली वर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने जीत की राह पर वापसी की है। टीम इंडिया ने रविवार 22 जनवरी को सुपर-सिक्स राउंड के अपने दूसरे मैच में श्रीलंका को बड़ी आसानी से हरा दिया। 16 साल की लेग स्पिनर पार्शवी चोपड़ की घातक स्पिन और सौम्या तिवारी की विस्फोटक बैटिंग के दम पर टीम इंडिया ने 8 ओवर के अंदर श्रीलंका को 7 विकेट से हराते हुए सेमीफाइनल की उम्मीद जिंदा रखी।
पोचेफस्ट्रूम में हुए इस मुकाबले से एक दिन पहले ही टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से करारी हार मिली थी। सुपर-सिक्स के इस पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के सामने भारतीय टीम सिर्फ 87 रनों पर ढेर हो गई थी। 24 घंटों के अंदर इस बुरी हार से उबरते हुए भारत ने श्रीलंका पर पूरा गुस्सा निकाला और उसका वही हश्र किया जो खुद टीम इंडिया का हुआ था। भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था और गेंदबाजों ने कप्तान शेफाली वर्मा के फैसले को सही साबित किया। भारतीय टीम श्रीलंका को ऑलआउट नहीं कर पाई और पूरे 20 ओवर की गेंदबाजी उसे करनी पड़ी लेकिन इसके बावजूद उसने 9 विकेट झटककर श्रीलंका को सिर्फ 59 रन ही बनाने दिए।
भारतीय गेंदबाजी की स्टार रहीं 16 साल की पार्शवी चोपड़ा। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से आने वाली इस लेग स्पिनर ने पूरे 4 ओवर गेंदबाजी की और इन 24 गेंदों में सिर्फ 5 रन खर्चे। सिर्फ किफायत ही नहीं, बल्कि पार्शवी ने 4 विकेट लेकर भी तहलका मचाया। टीम इंडिया के सामने लक्ष्य छोटा था लेकिन उसे कम से कम ओवरों में ये हासिल करना था ताकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार से नेट रनरेट को पहुंचे नुकसान की भरपाई की जा सके। टीम इंडिया ने इस दिशा में शुरुआत भी की लेकिन कप्तान शेफाली वर्मा, श्वेता सहरावत और ऋचा घोष कोई खास काम नहीं कर सके लेकिन ऐसे मौके पर एक और नया स्टार भारत को मिला। भोपाल की 17 साल की बल्लेबाज सौम्या तिवारी ने उस काम को अंजाम दिया, जिसमें उसके सीनियर साथी नाकाम रहे। सौम्या ने क्रीज पर आते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की शुरुआत कर दी और श्रीलंकाई गेंदबाजों पर बाउंड्री बरसा दीं। सौम्या ने 5 चौकों की मदद से सिर्फ 15 गेंदों पर नाबाद 28 रन कूटते हुए टीम को 7।2 ओवर यानि 44 गेंदों में लक्ष्य तक पहुंचा दिया।