'नौकरी के बदले जमीन मामले' में प्रवर्तन निदेशालय (ED) बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित आवास पर छापेमारी कर रहा है। ईडी के अधिकारियों ने राजधानी में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में राजद नेता के आवास पर सुबह 8।30 बजे छापेमारी शुरू की। इसके साथ ही एजेंसी ने जांच के सिलसिले में बिहार के कई शहरों में छापेमारी की है। ईडी छापेमारी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की तीन बेटियों और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के परिसरों में कर रही है। वहीं, ईडी के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में समाजवादी पार्टी के नेता जितेंद्र यादव के आवास पर भी की। जितेंद्र यादव लालू प्रसाद यादव की बेटी रागिनी के पति हैं। प्रवर्तन निदेशालय आईआरसीटीसी घोटाले के सिलसिले में तीन राज्यों में 15 जगहों पर छापेमारी कर रही है। बिहार के पटना में राजद नेता अबु दोजाना के घर पर भी छापेमारी की जा रही है। ईडी अधिकारियों ने कहा कि छापे पटना, फुलवारीशरीफ, दिल्ली-एनसीआर, रांची और मुंबई में लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव, चंदा यादव और हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना से जुड़े परिसरों में मारे जा रहे हैं।
दरअसल, यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के पद पर रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में जमीन मिलने या इसे बेचने के बदले में लोगों को रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिए जाने से संबधित है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया है और सभी आरोपियों को 15 मार्च को तलब किया गया है। ईडी का मामला सीबीआई की शिकायत से उपजा है जिसे पीएमएलए (धनशोधन रोकथाम अधिनियम) के तहत दर्ज किया गया है। इस मामले में सीबीआई हाल में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ कर चुकी है। आरजेडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी को आड़े हाथ लिया। आरजेडी के प्रवक्ता उदय नारायण चौधरी ने कहा, "हम ईडी और सीबीआई से नहीं डरते। यह आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी के इशारे पर किया गया है। जितना अधिक आप लालू और तेजस्वी को दबाएंगे, उतना ही वे उभरेंगे।"