रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए एक साल से ज्यादा समय बीत चुका है। पश्चिम की तमाम कोशिशों के बाद अभी भी जंग थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच दुनिया की नजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी हुई है कि वह दोनों देशों के बीच संघर्ष को रोकने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। लेकिन क्या पीएम मोदी ऐसा करेंगे, इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब दिया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव में बोल रहे थे। यहां उनसे सवाल किया गया कि क्या पीएम मोदी रूस-यूक्रेन के संघर्ष को कम करने में भूमिका अदा करेंगे। जवाब में एस जयशंकर ने कहा कि असल दुनिया में आप भविष्यवाणी नहीं करते और सबके सामने तो सच में नहीं करते। उन्होंने कहा कि इस समय यूक्रेन संघर्ष से कई खास मुद्दे सामने आए हैं। जहां भी हमारे लिए कोई संभावना होगी, वहां हम अपना योगदान देंगे।
बाली यात्रा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "वहां तुर्किए के विदेश मंत्री ने ये मुद्दा उठाया था और कहा था कि लावरोव से मेरी बातचीत से बहुत फायदा होगा और मैंने की। जब मैं न्यूयॉर्क में था तो यूक्रेन के प्रधानमंत्री ने मुझसे मुलाकात की थी और न्यूक्लियर प्लांट को लेकर चिंता जताई थी। वे चाहते थे कि मैं इस बारे में रूस से बात करूं। मैंने प्रधानमंत्री से अनुमति के बाद रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से बात की।" G20 की अध्यक्षता से उम्मीद के सवाल पर जयशंकर ने कहा, "आप चाहते हैं कि मैं सीरीज से पहले ही पूरे मैच की भविष्यवाणी करूं? मैं सकारात्मक हूं। हम पहले देश थे, जिन्होंने दूसरों से पहले अधिकांश देशों से परामर्श किया। हमने 125 देशों से पूछा कि वे क्या चाहते हैं।"