नई दिल्ली। रौबदार मूछें, निडर आंखें, पीली पगड़ी... ये व्याख्या उस सिख सरदार की है जिसकी बातें सुनकर ही पाकिस्तान हिल जाएगा। जब से पंजाब में अशांति फैलाने के लिए अमृतपाल सिंह का पाकिस्तान कनेक्शन पता चला है, कई तरह की बातें हो रही हैं। सोशल मीडिया पर एक तबका यह भी चर्चा कर रहा है कि बात यहां तक पहुंच गई, इसमें फेल्योर किसका है? क्या पंजाब में जो कुछ हो रहा है, उसमें मोदी सरकार की विफलता है? क्या राज्य सरकार चीजों को ठीक तरह से हैंडल नहीं कर पाई? ऐसे में यह सिख सरदार साफ-साफ कहता है कि यह केंद्र सरकार का फेल्योर नहीं है। यह मेरे जैसे सही सोचने वाले लोगों की विफलता है। ये उस साइलेंट मेजॉरिटी की विफलता है कि हम ऐसे लोगों को अलग-थलग नहीं करते हैं। वह डंके की चोट पर कहते हैं कि क्या करे सरकार? हमें करना है न, हमें ऐसे लोगों से निपटना है। हमें इनसे कहना है कि तुमने गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया है, सिखी को दाग लगाया है। तुम डरपोक हो, तुम बुजदिल हो, तुम कायर हो। तुम महाराज की पालकी के पीछे छिपकर आते हो। तुम गद्दार हो कौम के।
जब किसी मामले में धार्मिक ऐंगल सामने आता है तो लोग बोलने से बचते हैं। लेकिन कई सिख सरदारों ने जिस तरह तिरंगा झंडा हाथों में लेकर दिल्ली समेत कई शहरों में प्रदर्शन किया है। पाकिस्तान का एजेंडा फ्लॉप हो गया। अमृतपाल सिंह को दुबई से पंजाब भेजकर सिख कौम को बरगलाने की पाकिस्तान की साजिश खुलकर सामने आ गई है। आगे पढ़ने से पहले जान लीजिए कि अमृतपाल को खुलेआम गद्दार कहने वाले और पाकिस्तान को खरी-खोटी सुनाने वाले यह सरदार कौन हैं। इनके एक-एक शब्द सोशल मीडिया पर वायरल हैं। लाखों लोग उन्हें सुन चुके हैं। ट्विटर प्रोफाइल में चंडीगढ़ पता और खुद को रिसर्चर बताने वाले इस सिख का नाम रमणीक सिंह मान है। वह राजनीतिक विश्लेषक हैं। प्रोफाइल में उन्होंने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान के सरेंडर की ऐतिहासिक तस्वीर लगा रखी है। 'राष्ट्र प्रथम' की बात करने वाले मान हिंदू-सिख एकता पर जोर देते रहे हैं।
अमृतपाल पर उन्होंने खुलकर कहा, 'तुम इस देश के गद्दार हो। तुम वो ग्राउंड, मैदान वो खेत तैयार कर रहे हो जिसमें मौत के अलावा कोई और फसल नहीं होगी। जिसमें बर्बादी के अलावा कोई और फसल नहीं होगी। तुम उन लोगों के इशारे पर काम कर रहे हो जो इस देश को आगे बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहते। उनको ये पता है कि ये सिख कौम है, इसको उलझाकर रखो। इनका फोकस आ गया कि हमारी लाखों एकड़ जमीन पाकिस्तान में है। आज भी... ननकाना साहब, लाहौर में, गुजरांवाला में पूरी सिखों की ही तो जमीन है। हम क्यों न क्लेम करें अपनी जमीन को? वे हमें उलझाकर रखना चाहते हैं, हिंदुओं से लड़ाओ। मोदी से लड़ाओ। आज एक हिंदुस्तान है एक फौज है। पहले तो 600 रियासतें थी, एक पंजाब थी... एक ऐसे जरनैल थे जो अकेले ही अफगानिस्तान में जाकर फतह कर आए थे। इनको सब पता है। उन्हें पता है कि ये वो कौम है जो तुमको रौंदते हुए निकल जाएगी। अलख जगा दो इनके अंदर तो ये छोड़ेंगे थोड़ी ना। हम लोग नहीं छोड़ेंगे इनको।'
रमणीक कहते हैं कि ये सीधी लड़ाई नहीं लड़ते क्योंकि इन्हें पता है कि जीत नहीं सकते। इसलिए प्रॉक्सी वॉर में 70 साल से लगे हैं। जितनी बार भी जंग लड़ी है, मुंह की खाई है। लंदन में कुछ लोगों ने खालिस्तान का झंडा लेकर तिरंगे हटाने की कोशिश की तो दुनियाभर के सिखों में गुस्सा देखने को मिला। दिल्ली, चंडीगढ़ समेत कई शहरों सिख नौजवान तिरंगा लेकर निकले। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। देखिए गर्व से आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।