नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने अपने एक बयान में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ी बात कही है। निर्मला सीतारामन ने शनिवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी में तकनीक का ज्यादा रोल है इसलिए हम सभी देशों से बात कर रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि अन्य देशों के साथ चर्चा हो रही है कि अगर क्रिप्टो को लेकर नियम लाना है तो क्या कोई मानक संचालन प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि G20 देशों के साथ चर्चा जारी है। निर्मला सीतारामन ने बजट के बाद भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड बैठक के बाद प्रेस कॉफ्रेंस में ये बात कही। पिछले साल के बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 प्रतिशत फिक्स्ड टैक्स रेट लगाया था। ये टैक्स सभी तरह के क्रिप्टो इनकम और नॉन फंजिबल टोकन पर लागू है। बता दें कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर कई बार सरकार और आरबीआई की ओर से सतर्क किया गया है।
वित्त मंत्री ने आरबीआई की मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अडानी को लेकर कहा कि देश के रेगुलेटर्स काफी मजबूत हैं और वे इन मामले को देख लेंगे। अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद शेयरों में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया है। अडानी ग्रुप के मार्केट कैप में 100 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है। पिछले साल दिसंबर में RBI गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई इंटरनल वैल्यू नहीं दिख रही है, जिस कारण इसमें निवेश करना खतरा भरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर क्रिप्टो पर पाबंदी नहीं लगाई गई तो ये वित्तीय संकट खड़ा कर सकता है। ऐसे में इसे बैन किया जाना चाहिए