हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व माना जाता है। ये पर्व मां दुर्गा को समर्पित होता है। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है। 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि के पर्व का आरंभ हो चुका है। यह पर्व 9 दिनों तक चलता है। इस पर्व के 9 दिन माँ दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों को समर्पित होते है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है। हर दिन मां दुर्गा के अलग स्वरूप की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है।
मान्यता है की मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा अर्चना करते समय यदि मां के स्वरूप की पसंद के अनुसार फूल अर्पित किए जाएं तो मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है और मनोकामना पूर्ण होती है। आइए जानते हैं नवरात्रि के किस दिन मां दुर्गा को कौन से फूल चढ़ाने चाहिए।
मां दुर्गा की विशेष कृपा पाने के लिए नवरात्रि के अलग अलग दिन पूजा में चढ़ाएं ये फूल
पहला दिन
नवरात्रि का पहला दिन मां दुर्गा के स्वरूप मां शैलपुत्री को समर्पित होता है। मां शैलपुत्री को सफेद रंग के फूल प्रिय माने जाते हैं। इसलिए नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री को सफेद फूल, जैसे चमेली, सफेद गुलाब, और सफेद कनेर के फूल चढ़ाएं जाते हैं।
दूसरा दिन
नवरात्रि के दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी को गुलदाउदी और वटवृक्ष के फूल बहुत प्रिय होते हैं। मां ब्रह्मचारिणी को सफेद रंग के फूल चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है।
तीसरा दिन
नवरात्रि का तीसरा दिन मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप को समर्पित होता है। मां चंद्रघंटा को गुलाबी रंग के फूल, कमल और शंखपुष्पी के फूल काफी प्रिय माने जाते हैं।
चौथा दिन
नवरात्रि का चौथा दिन मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप को समर्पित होता है। मां कुष्मांडा को चमेली के फूल या पीले रंग के कोई से भी फूल चढ़ा सकते हैं।
पांचवां दिन
नवरात्रि का पांचवां दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप को समर्पित होता है। मां स्कंदमाता को पीले रंग के फूल बहुत प्रिय माने जाते हैं।
छठा दिन
नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप को समर्पित होता है। मान्यता है कि मां कात्यायनी को गेंदे और बेर फूल बहुत प्रिय होता है।
सातवां दिन
नवरात्रि का सातवां दिन मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप को समर्पित होता है। मान्यता है कि मां कालरात्रि को नीले रंग का कमल बहुत प्रिय होता है। नीला कमल यदि उपलब्ध न हो तो नीले रंग के कोई से भी फूल मां कालरात्रि को चढ़ा सकते हैं।
आठवां दिन
नवरात्रि का आठवां दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप को समर्पित होता है। मान्यता है कि मां महागौरी को मोगरे के फूल बहुत प्रिय होते हैं।
नौवां दिन
नवरात्रि का नौवां और अंतिम दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप को समर्पित होता है। मन्यताओं के अनुसार मां सिद्धिदात्री को चंपा और गुड़हल के फूल प्रिय माने जाते है।