झज्जर के पहलवान ने पेरिस में कमाल कर दिखाया है। बात हो रही है अमन सहरावत की जिन्होंने 57 किलो वर्ग कुश्ती में शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई। अमन सहरावत ने अल्बानिया के पहलवान को 12-0 से हराया। इस जीत के साथ ही अब अमन मेडल से एक कदम दूर हैं। अगर अमन सहरावत सेमीफाइनल में जीत हासिल कर फाइनल में पहुंचते हैं तो उनका सिल्वर मेडल पक्का हो जाएगा और वहां भी वो अगर जीते तो गोल्ड मेडल उनके नाम होगा।
अमन सहरावत का करियर कमाल का रहा है। महज 21 साल का ये पहलवान अबतक कई बड़ी प्रतियोगिताओं में गोल्ड जीत चुका है। पिछले साल एशियन चैंपियनशिप में वो गोल्ड जीते थे। इसी साल जाग्रेब में भी उन्होंने गोल्ड अपने नाम किया था। बुडापेस्ट में वो सिल्वर मेडल जीते। 2022 में अमन ने 61 किलो वर्ग में भी सिल्वर मेडल अपने नाम किया। हालांकि ये खिलाड़ी अब 57 किलो वर्ग में खेलता है।
अमन सहरावत का ओलंपिक तक पहुंचने का सफर इतना भी आसान नहीं रहा। बचपन में ही इस खिलाड़ी के सिर से मां-बाप का साया उठ गया था। इसके बावजूद अमन ने खुद को संभाला और कुश्ती में अपना करियर बनाया। अमन ने खुद को ही नहीं अपनी छोटी बहन की पढ़ाई का भी खर्च उठाया। अमन सहरावत के पास पैसे नहीं थे लेकिन इस खिलाड़ी ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती सीखी। दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में अमन ने कोच प्रवीन दहिया से कुश्ती के दांवपेंच सीखे हैं। उन्होंने ही इस खिलाड़ी की प्रतिभा को पहचाना और आज देखिए ये खिलाड़ी ओलंपिक मेडल से महज एक कदम दूर है। अमन सहरावत प्री-क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल दोनों में टेक्निकल सु