प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र की नंदुरबार रैली में कांग्रेस को खुली चुनौती दी। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देशवासियों, मैं बड़ी जिम्मेदारी और दायित्व के साथ कहना चाहता हूं कि वंचितों का जो अधिकार है, चाहे वह एससी हो, एसटी हो, ओबीसी हो...मोदी उसका चौकीदार है। जब मोदी जैसा चौकीदार हो तो किसने अपनी मां का दूध पिया है जो आपका हक छीन सकता है।
पीएम ने कहा कि वंचितों, आदिवासियों की सेवा मेरे लिए परिवार के सदस्य की सेवा जैसी है। मैं कांग्रेस के शाही परिवार की तरह बड़े घराने से नहीं निकला हूं। मैं तो गरीबी में ही बड़ा हुआ हूं, मुझे पता है कि यहां आपने कितनी तकलीफ उठाई है। आपके जीवन में भी मुश्किलों का पहाड़ था। कितने ही आदिवासी परिवारों के पास पक्का घर नहीं था। आजादी के 60 साल बाद भी गांवों में बिजली नहीं पहुंची थी।
मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस जानती है कि वो विकास में मोदी का मुक़ाबला नहीं कर सकती। इसलिए, वे चुनाव में झूठ की फैक्ट्री खोलकर बैठ गए हैं, झूठ फैलाकर वोट लेना चाहते हैं। कभी आरक्षण को लेकर झूठ, कभी संविधान को लेकर झूठ। उन्होंने कहा कि आरक्षण पर कांग्रेस का हाल चोर मचाए शोर वाला है। धर्म के आधार पर आरक्षण बाबा साहेब की भावना के खिलाफ है।।। संविधान की भावना के खिलाफ है। लेकिन कांग्रेस का एजेंडा है - दलित, पिछड़े, आदिवासियों का आरक्षण छीनकर अपने वोटबैंक को देना! उन्होंने कहा कि ये महा अघाड़ी, आरक्षण के महाभक्षण का महा अभियान चला रही है। वहीं SC-ST-OBC का आरक्षण बचाने के लिए मोदी आरक्षण के महारक्षण का महायज्ञ कर रहा है।
पीएम ने उद्धव शिवसेना पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि 'नकली शिवसेना' वालों को गरीब से कितनी नफरत है, ये इन्होंने फिर बताया है। ये नकली शिवसेना वाले मुझे जिंदा गाड़ने की बात कर रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस है, जो कहती है - मोदी तेरी कब्र खुदेगी, दूसरी तरफ ये नकली शिवसेना मुझे जिंदा गाड़ने की बात करती है। मुझे गाली देते हुए भी ये लोग तुष्टिकरण का पूरा ध्यान रखते हैं।
उन्होंने शरद पवार पर भी तंज कसा। पीएम ने कहा कि महाराष्ट्र के एक दिग्गज नेता, जो 40-50 साल से राजनीति कर रहे हैं, बारामती के चुनाव के बाद उन्होंने एक बयान दिया है। वह इतने हताश और निराश हो गए हैं कि उनको लगता है कि अगर 4 जून के बाद राजनीतिक जीवन में टिके रहना है, तो छोटे-छोटे राजनीतिक दलों को कांग्रेस में विलय कर लेना चाहिए। इसका मतलब है कि नकली NCP और नकली शिवसेना ने कांग्रेस में मर्जर करने का मन बना लिया है।