राजधानी भोपाल में तेज बारिश का दौर जारी है। पिछले 24 घंटे में 71 मिमी यानी 2.82 इंच पानी गिर गया। इससे शहर की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में पानी का लेवल बढ़ गया है। अब बड़ा तालाब सिर्फ 2.3 फीट ही खाली है। कोलांस नदी साढ़े 3 फीट ऊपर बहने से बड़ा तालाब में पानी लगातार बढ़ रहा है। इधर, सितंबर का कोटा भी पूरा हो चुका है। 16 दिन में ही भोपाल में 184.4 मिमी यानी 7.25 इंच बारिश हो गई है। भोपाल की सितंबर की सामान्य बारिश 6.91 इंच है।
भोपाल में 1 जून से 16 जून की सुबह तक 27.69 इंच बारिश हो चुकी है। हालांकि, अब तक 35.92 इंच बारिश हो जानी चाहिए थी। पिछले 24 घंटे में आंकड़ों में सुधार हुआ है। शुक्रवार तक ओवरऑल बारिश का आंकड़े में भोपाल 28% पीछे था, लेकिन शनिवार को यह आंकड़ा घटकर 22% पर आ गया। इधर, सुबह से ही रुक-रुककर तेज और हल्की बारिश का दौर चल रहा है।
सीहोर जिले में आज भारी बारिश का अलर्ट है। इससे भोपाल के बड़ा तालाब में पानी का स्तर बढ़ेगा, क्योंकि बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया से सीहोर जिला सटा है। कोलांस नदी का पानी बड़ा तालाब में ही आता है, जो आज सुबह साढ़े 3 फीट ऊपर तक बहती रही। शाम तक पानी में बढ़ोतरी होने के आसार है।
भोपाल में पिछले 11 साल (2011 से 2023 के बीच) दूसरी बार 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में भोपाल में 2.82 इंच पानी गिरा है। इससे पहले 9 सितंबर 2019 में 5.52 इंच पानी गिरा था। अब तक के रिकॉर्ड की बात करें तो 2 सितंबर 1947 को 24 घंटे में भोपाल में 233.2 मिमी यानी 9.18 इंच पानी गिरा था। यह रिकॉर्ड अब तक नहीं टूट सका है।
पिछले 11 साल की बात करें तो 6 बार ऐसा हुआ, जब सितंबर में बारिश का कोटा पूरा नहीं हुआ। सबसे ज्यादा बारिश वर्ष 2019 में हुई थी। एक महीने में ही 22 इंच से ज्यादा बारिश हो गई थी, जबकि सबसे कम बारिश वर्ष 2013 में सिर्फ 1.65 इंच हुई थी। पिछले साल 8.32 इंच पानी गिरा था, जबकि इस साल 1 से 16 सितंबर तक 7.25 इंच पानी गिर चुका है। इससे सितंबर के कोटे से 0.34 इंच पानी ज्यादा गिर गया है।
बड़ा तालाब: इसकी जलभराव क्षमता 1666.80 फीट है। अभी इसमें 1664.50 फीट पानी है। इसे पूरा भरने में अभी 2.30 फीट पानी की जरूरत है। पिछली बार बड़ा तालाब जुलाई में ही भर गया था।शुक्रवार को तालाब में पानी बढ़ा था, जबकि शनिवार सुबह से ही पानी बढ़ रहा है। कोलार डैम: इसका वॉटर लेवल 1516.40 फीट है। अभी इसमें 1504.56 फीट पानी है। इस हिसाब से यह 12 फीट खाली है। कोलार डैम से ही भोपाल शहर के 40% हिस्से में पानी की सप्लाई की जाती है। गुरुवार रात से जारी बारिश से कोलार डैम में मामूली पानी बढ़ा। शुक्रवार को भी बढ़ोतरी हुई।
केरवा डैम: कुल 1673 फीट वाले केरवा डैम में अब तक 1666.89 फीट पानी आ चुका है। इस मानसूनी सीजन में डैम के गेट एक बार भी नहीं खुले हैं, जबकि पिछले साल जुलाई में ही सभी गेट खुल गए थे। कलियासोत डैम: डैम का वॉटर लेवल 1651.08 फीट है। डैम की कुल जलभराव क्षमता 1659 फीट है। इसके चलते डैम अभी भी 9 फीट खाली है। बड़ा तालाब के गेट खुलने पर कलियासोत डैम में पानी आएगा और गेट खुल जाएंगे। शुक्रवार को हुई बारिश से डैम में पानी बढ़ा है।