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सीहोर की घटना से लिया सबक, पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में इस बार नहीं मिलेगा रुद्राक्ष

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 22 2023 1:37PM | Updated Date: Mar 22 2023 1:37PM
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उज्जैन। फरवरी महीने में सीहोर जिले में आयोजित हुई पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में फैली अव्यवस्था से उज्जैन की आयोजन समिति ने सबक ले लिया है। 4 अप्रैल को उज्जैन में आयोजित होने वाली पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान इस बार रुद्राक्ष का वितरण नहीं किया जाएगा। ये कथा मुल्लापुरा बडनगर रोड के आनंद अखाड़े के सामने आयोजित होगी। पहले इस कथा के दौरान ही रुद्राक्ष वितरण किया जाना था, लेकिन आयोजन समिति ने सीहोर में फैली अव्यवस्थाओं को देखते हुए फैसला लिया है कि अब कथा के दौरान रुद्राक्ष नहीं बांटे जाएंगे।

वहीं इस बार प्रशासन भी अलर्ट नजर आ रहा है। दरअसल 16 फरवरी से 22 फरवरी तक सीहोर में हुई पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान काफी दिक्कत और अव्यवस्थाएं देखने को मिली थी। जिससे कथा सुनने आए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। ऐसा उज्जैन में ना हो इसके लिए उज्जैन प्रशासन ने आयोजन समिति के साथ बैठक की। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने समिति के प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की और आयोजन समिति सदस्यों से कहा कि संपूर्ण आयोजन का प्रजेंटेशन तैयार कर, जिसमें नक्शे, लोकेशन आदि उपलब्ध कराएं। आने वाले श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था, पेयजल के इंतजाम, शौचालय आदि की व्यवस्था समिति द्वारा की जाए।

उज्जैन में होने वाली पंडित प्रदीप मिश्रा की इस कथा को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। इसके लिए आयोजन स्थल को प्लेन करने का काम शुरू कर दिया गया है। साथ ही कथा स्थल तक पहुंचने वाले रास्ते में जो भी पेड़ हैं उनकी कटाई का काम भी तेजी से किया जा रहा है। जिसके बाद 5 लाख वर्ग फीट का लकड़ी का भव्य पंडाल बनाया जाएगा जिसमें आवश्यक्ता पड़ने पर 15 लाख श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे।

उज्जैन में पहली बार होने जा रही पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के लिए नया प्रयोग किया जा रहा है। यहां पहली बार बंगाली पैटर्न में लकड़ी का पांडाल बनाया जा रहा है। श्रद्धालुओं को गर्मी से राहत के लिए पंडाल में पानी के फव्वारे भी लगाए जाएंगे। इस पंडाल में 6 लाख श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था होगी। इसी के ही साथ एक बड़ी भोजनशाला बनाई जा रही है जहां हर दिन कई हजार लोग खाना खा सकेंगे। पंडाल में एक छोटा मेडिकल एरिया भी बनाया जाएगा। कथा का समय 2 बजे से 5 बजे तक होगा।

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