नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से एक संविदा कर्मी की मौत हो गई। यह संविदाकर्मी सब स्टेशन से विधिवत शटडाउन परमिट लेकर मरम्मत कार्य के लिए 11 हजार केवी के विद्युत टॉवर पर चढ़ा था। अभी वह काम शुरू ही किया था कि विभागीय कर्मचारियों ने बिजली चालू कर दी। इससे यह कर्मचारी हाई बोल्टेज करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
इतना ही नहीं, इस घटना के काफी देर बाद तक इस संविदाकर्मी का शव टॉवर पर लटका रहा। आखिर में आसपास के किसानों ने बिजली विभाग को फोन पर सूचना दी। इसके बाद दोबारा से शट डाउन कर शव को नीचे उतारा गया। यह दिल दहलाने वाली घटना नरसिंहपुर जिले के गोटे गांव करकबेल डीसी की बताई जा रही है। इस घटना को लेकर संविदा कर्मी के परिजनों ने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
बताया जा रहा है कि आउट सोर्स कर्मचारी रेवाराम कुशवाहा किसानों के साथ मिलकर 11 हजार केवी लाइन के आसपास लगे पेड़ों की छंटाई का काम कर रहा था। दरअसल तेज हवा के चलते पेड़ों की टहनियां लाइन को छू रही थीं। इससे आए दिन शार्ट सर्किट हो रहा था। इससे बार-बार बिजली लाइन में फाल्ट आ रहा था और खामियाजा किसानों को खेती कार्य में भुगतना पड़ रहा था। ऐसे में किसान लगातार विभाग में शिकायत कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक लगातार बढ़ती शिकायतों को देखते हुए संविदाकर्मी को पेड़ों की छंटाई की जिम्मेदारी देते हुए शटडाउन परमिट दिया गया था। बताया जा रहा है कि परमिट मिलने से रेवाराम कुशवाहा आश्वस्त होकर बिजली के टावर पर चढ़ गया और काम शुरू कर दिया। लेकिन इतने में ही पावर स्टेशन में तैनात कर्मचारियों ने बिजली चालू कर दी। करंट की चपेट में आते ही रेवाराम लाइन से चिपक गया और थोड़ी ही देर में उसकी मौत हो गई तो शव तारों से लटक गया।
इससे मौके पर अफरातफरी मच गई। आनन फानन में इसकी सूचना बिजली विभाग को दी गई। इसके बाद दोबार से शटडाउन देकर शव को रस्सी के जरिए नीचे उतारा गया।घटना के बाद नरसिंगपुर एसई रमेशचंद्र साहू ने मामले की पुष्टि की। कहा कि इस तरह की लापरवाही बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि परमिट के बावजूद जिस भी कर्मचारी ने बिजली चालू की है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उधर, संविदाकर्मी के परिजनों ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही से आए दिन इस तरह के हादसे हो रहे हैं। परिवार ने चेतावनी दी कि दोषियों पर सख्त कार्यवाई नहीं होने पर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।