दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह में एक स्कूल का पोस्टर वायरल हुआ था, जिसमें हिंदू लड़कियों को हिजाब में दिखाया गया। इस पोस्टर के बाद हिंदूवादी संगठनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध किया और कलेक्टर से कार्रवाई की मांग की। कलेक्टर में मामले में क्लीन चिट दी तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में नाराजगी जताई। उन्होंने कलेक्टर को हिजाब मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, दमोह में मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी गंगा जमना हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित करती है। इस स्कूल में विभिन्न समुदायों के बच्चे पढ़ते हैं। हाल ही में प्रदेश में हायर सेकेंडरी का रिजल्ट घोषित हुआ तो संस्था ने अपने स्कूल के टॉपर्स का एक पोस्टर लगाया। इस पोस्टर में मुस्लिम बच्चों के साथ चार हिंदू लड़कियों की तश्वीर भी लगाई गई। इन लड़कियों को भी हिजाब में दिखाया गया। ये पोस्टर पिछले दो दिन से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पोस्टर वायरल होने के बाद बवाल मच गया। हालांकि अभिभावकों ने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई, लेकिन सोशल मीडिया पर मचे बवाल के बाद कलेक्टर ने मंगलवार को मामले को संज्ञान में लिया। इसके बाद रात में ही ट्वीट करके स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी। कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी और इलाके के थाना प्रभारी से कराई गई है। मामला बेबुनियाद है। इस मामले को लेकर सूबे की सरकार कलेक्टर की जांच से संतुष्ट नहीं है। सरकार के प्रवक्ता और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में कहा कि कलेक्टर ने जांच की है, लेकिन अब जिले के एसपी को जांच के आदेश दिए गए हैं। हालांकि जिन एसपी को गृह मंत्री ने जांच करने को कहा है, वे कलेक्टर के ट्वीट पर कमेंट कर चुके हैं कि मामले में कोई दोषी नहीं पाया गया।
बुधवार को इस मामले ने ज्यादा तूल पकड़ लिया। हिंदूवादी संगठन सड़कों पर आ गए। बड़ी संख्या में लोग कलेक्टर ऑफिस पहुंचे और ज्ञापन दिया। लोगों ने कलेक्टर की जांच पर भी सवाल उठाए। हिंदूवादी संगठन से जुड़े सदस्यों ने कहा कि स्कूल में लंबे समय से ये सब चल रहा है। अभिभावक दबाव में सामने नहीं आ पाते, जिसका लाभ स्कूल प्रबंधन उठाता है। संगठन से जुड़े लोगों ने मामले में कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। इस मामले को लेकर कलेक्टर और एसपी मीडिया के सामने नहीं आए। वहीं स्कूल प्रबंधन का कोई जिम्मेदार भी कुछ नहीं बोला है। इलाके के इंचार्ज एसडीएम ने कहा कि कलेक्टर द्वारा कराई गई जांच की जानकारी उन्हें नहीं है। आज जो ज्ञापन दिया गया है, उसके लिए जांच कमेटी बनाई जा रही है।