दिल्ली सरकार ने राजधानी में नवरात्रि और दशहरा के त्योहार के मौके पर होने वाले रामलीला और तमाम दूसरे धार्मिक कार्यक्रमों को देखते हुए आयोजकों की मांग पर बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि रामलीला के आयोजनों के इस दौरान रात के 12 बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की छूट होगी लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें मनानी होगी।
मुख्यमंत्री ने बताया है कि पर्वों को देखते हुए यह छूट केवल 15 से 24 अक्टूबर तक ही रहेगी। इससे पहले और इसके बाद पूर्व की भांति नियम लागू रहेगा। फिलहाल DDMA के निर्देश के मुताबिक रात 10 बजे तक ही लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति है। दिल्ली में रात 12 बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की इजाजत देने के साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी आयोजकों और श्रद्धालुओं से यह भी अपील की है कि कृपया इस दौरान ध्वनि प्रदूषण के नियमों और मानकों का कड़ाई से पालन जरूर करें।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि रामलीला, दुर्गा पूजा, दशहरा और दूसरे धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजकों को दिल्ली पुलिस से इस शर्त के साथ अनुमति लेनी होगी कि वे लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के दौरान रिहायशी इलाकों के लिए निर्धारित ध्वनि मानकों का उल्लंघन नहीं करेंगे।लवकुश रामलीला कमेटी समेत दूसरी कई बड़ी रामलीला के आयोजकों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से देर रात तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी थी। इसी मांग को मानते हुए मुख्यमंत्री ने रात 12 बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की इजाजत दी है। अब उन्होंने आयोजकों की मांग वाली फाइल मंजूरी के लिए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के पास भेज दी है।
दिल्ली में 15 अक्टूबर से रामलीला मंचन की शुरुआत होने जा रही है। रामलीला का आयोजन 24 अक्टूबर तक चलेगा। रामलीला के आयोजनों के दौरान दिल्ली में देर रात तक श्रद्धालुओं की चहल पहल बनी रहती है। लोगों में और खास तौर पर बच्चों में इसको लेकर खासा उत्साह देखने को मिलता है।