गुजरात समेत देश के कई राज्यों में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बीच जम्मू-कश्मीर के रामबन में बादल फटने की खबर है। बताया जा रहा है बादल फटने की इस घटना में एक महिला और दो बच्चे पानी के तेज बहाव के साथ बह गए हैं। जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, बादल फटने की ये घटना सोमवार को रामबन तहसील के राजगढ़ के कुमाटे, धरमन और हल्ला पंचायत में हुई है। महिला और बच्चों की तलाशी के लिए रामबन प्रशासन ने बचाव कार्य के लिए टीम भेजी है। बताया जा रहा है कि बादल फटने से नाले का जलस्तर बढ़ गया जिसमें तीन वाहन भी बह गए। इसके साथ यहां दो सरकारी स्कूलों और कुछ घरों को भी भारी नुकसान हुआ है।
रामबन प्रशासन के मुताबिक, बादल फटने की घटना सोमवार दोपहर करीब 2।30 बजे हुई। इसके बाद टांगर और दादीर नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। मलबे के साथ बह रहे पानी ने जमकर तबाही मचाई। इस दौरान कुमैत हला पंचायत में मकान के अंदर मौजूद नसीमा बेगम (42), उनका बेटा यासिर अहमद (16) और छह साल की बेटी तेज बहाव के साथ बह गए। सैलाब से मकान भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अलावा गडग्राम और सोंसुआ में दो सरकारी मिडिल स्कूल और कई घरों को भी भारी नुकसान हुआ है। नालों के पास सड़क किनारे खड़े तीन वाहन सैलाब में बह गए।
बादल फटने की घटना की खबर मिलने के बाद रामबन प्रशासन ने राहत बचाव टीम को तुरंत रवाना कर दिया। लेकिन भारी बारिश और सड़कें टूट जाने की वजह से प्रभावित इलाके तक पहुंचने में कई घंटे लग गए। जब तक बचाव टीम मौके पर पहुंची तब तक अंधेरा हो गया। जिससे बचाव अभियान में देरी हो गई। बादल फटने से आई बाढ़ से नाले पर बनी सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसके चलते वहां पहुंचना काफी मुश्किल हो गया है।
बता दें कि बादल फटने की ये घटना सोमवार को हुई। उस दिन जन्माष्टमी की छुट्टी होने की वजह से स्कूल बंद था। अगर स्कूल की छुट्टी नहीं होती तो बड़ी तबाही मच सकती थी, जिससे कई बच्चे और शिक्षकों की जान मुश्किल में फंस सकती थी। लेकिन छुट्टी होने की वजह से उनकी जान बच गई। क्योंकि बाढ़ में स्कूल को भारी नुकसान हुआ है।