सीधी। संजय टाइगर रिजर्व की धुबरी रेंज के चिलगवाह कोर एरिया में कुछ चरवाहे मवेशी को चराने गए थे। इनमें कुछ के साथ बकरियां रहीं, तो कुछ गोवंश को चरा रहे थे। इसी दौरान जंगल में छिपे बाघ ने अचानक एक बकरी पर हमला कर दिया, लेकिन जिसकी बकरी थी, वो चरवाहा थोड़ा दूर था। लिहाजा पास में मौजूद चरवाहा बकरी को बचाने के लिए बाघ से भिड़ गया।
बाघ ने बकरी को छोड़कर उस चरवाहे को दबोच लिया। इस दौरान हल्ला होने पर अन्य चरवाहे भी मौके पर पहुंच गए और एक साथ बाघ पर टूट पड़े। फलस्वरूप बाघ चरवाहे को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। रीवा मेडिकल कालेज में घायल चरवाहे का उपचार चल रहा है।
कुसमी थाना क्षेत्र के चिलगवाह में रहने वाला रामनिवास भुरतिया (60 वर्ष) अपने साथियों रामसुखी भुरतिया, प्रेमलाल भुरतिया और रामयज्ञ भुरतिया के साथ गाय चराने के लिए कोर एरिया में गया था। इसी दौरान रामसुखी की बकरी पर बाघ ने हमला कर दिया। पास में ही मौजूद रामनिवास ने लाठी लेकर बाघ से बकरी को बचाने का प्रयास किया तो बाघ ने बकरी को छोड़ रामनिवास पर अटैक कर दिया। इसी बीच रामनिवास के अन्य साथी भी वहां पहुंच गए और सभी एक साथ बाघ पर टूट पड़े। इसके बाद बाघ घबरा गया और रामनिवास को छोड़ जंगल की ओर भाग गया।
इस घटना की सूचना तत्काल वन अमले को दी गई, जिसने मौके पर पहुंच कर घायल राम निवास को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उसके हाथ, पैर व पीठ पर गंभीर घाव होने की वजह से जिला अस्पताल से उसे रीवा मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया गया।