समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीते दिनों बीएसपी (BSP) को बीजेपी (BJP) की बी टीम (B Team) बताया था। अब सपा प्रमुख के आरोपों पर बसपा चीफ मायावती (Mayawati) ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि सपा द्वारा आरोप लगाना गलत है, विद्वेष पूर्ण है। मायावती ने आरोपों पर जवाब देते हुए कहा, "बीजेपी, सपा और कांग्रेस सभी घोर जातिवादी व बहुजन विरोधी पार्टियां, कोई कम तो कोई ज्यादा है। इसके अलावा, सपा द्वारा विद्वेषपूर्ण आरोप लगा देने से काम नहीं चलेगा। बल्कि यूपी और देश भी यह देख रहा है कि कौन किसकी बी टीम रही है और अभी भी उसी रुप में सक्रिय है।"
दरअसल, अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा था, "पिछले विधानसभा चुनावों में, बीजेपी दफ्तर ने बसपा के उम्मीदवारों को अंतिम रूप दिया। बसपा के उम्मीदवार जीत के लिए नहीं, बल्कि सपा के उम्मीदवारों को जीतने से रोकने के लिए मैदान में उतारे गए थे। बसपा बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर और उसके संस्थापक कांशीराम के रास्ते से भटक गई है। बसपा ने भाजपा के साथ सांठगांठ की है और उसकी बी-टीम के रूप में काम करती है।"
जबकि आरोपों का जवाब देते हुए उमाशंकर सिंह ने कहा था, "सपा प्रमुख खुद बीजेपी की 'बी टीम' हैं। सपा बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रही है और अखिलेश यादव खुद बीजेपी की 'बी' टीम हैं। 2017 में सरकार बनते ही बीजेपी ने अखिलेश यादव के कई कामों की जांच शुरू कराई, लेकिन आज तक एक भी जांच में निर्णय सामने नहीं आया।" उन्होंने कहा था, "राम गोपाल यादव बीजेपी की 'प्लानिंग' का हिस्सा हैं। बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ अक्सर उनकी बैठक होती रहती है। बीजेपी के लोग जो कार्यक्रम बनाते हैं उसमें उनकी भी सहभागिता होती है। अखिलेश यादव कहीं उनके लिए खड़े नहीं हो सकते हैं, वह केवल अल्पसंख्यक वर्ग का इस्तेमाल करते हैं।"