इस्लामाबाद। कंगाल पाकिस्तान आतंकवाद को पैदा करने वाला मुल्क है। पूरी दुनिया इस बात को अब जान चुकी है। तमाम प्रतिबंधों के बावजूद भी पाकिस्तान में आतंकी खुलेआम घूम रहे हैं। दुनिया से पाकिस्तान झूठ बोलता है कि उसके देश में मोस्ट वांटेड आतंकी जेल में हैं। लेकिन अब उसकी जनता ने पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब कर दिया है। 26/11 हमले का मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का चीफ हाफिज सईद वैश्विक आतंकी घोषित है और पाकिस्तान में उसे 31 साल की सजा सुनाई गई है। लेकिन हाफिज सईद खुलेआम घूम रहा है। हाफिज सईद अपना जिहादी एजेंडा चला रहा है और हिंदुओं की मजबूरी का फायदा उठा कर धर्म परिवर्तन करने पर लगा है।
पाकिस्तान के रियल एंटरटेनमेंट टीवी नाम के यूट्यूब चैनल ने जब आम लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि हाफिज सईद बाढ़ के दिनों में सिंध के घोटकी में था। हाफिज के एक फॉलोवर ने कहा कि घोटकी में हाफिज सईद ने सात हिंदू परिवारों को मुसलमान बनाया और उसने यहां ईद मनाई। पाकिस्तानी जनता की ओर से यह खुलासा ऐसे समय में हो रहा है, जब कुछ महीने पहले ही पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर आया है।
दरअसल पहले भी खबरें आती रही हैं कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन बाढ़ को एक अवसर के तौर पर देख रहे हैं। वह बर्बाद हो चुके लोगों को थोड़ी सी मदद देकर अपने जिहादी एजेंडे में जोड़ रहे हैं। लेकिन अब उसके समर्थकों ने धर्मांतरण के एक खेल को भी उजागर किया है। बाढ़ के दौरान पाकिस्तान से खबर आई थी कि हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समूह के लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ा था। हाफिज के समर्थक ने शेखी बघारते हुए कहा कि सिंध में एक हिंदू परिवार ने उसे सम्मान दिया और उनके साथ ईद मनाई। पाकिस्तान के मुताबिक अप्रैल में वह जेल में था। वहीं ईद मई में मनाई गई थी।
आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन भी हाल में रावलपिंडी के कुपवाड़ा में मारे गए आतंकी बशीर अहमद पीर के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था। संयुक्त राष्ट्र ने इसे वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है। उसके साथ बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात थे। इससे साफ दिखता है कि पाकिस्तान आतंकियों को सिर्फ छिपा ही नहीं रहा बल्कि उन्हें पूरी सुरक्षा भी दे रहा है। इन आतंकियों का खुलेआम घूमना भारत के लिए उनकी खतरनाक गतिविधियों के बढ़ने का एक सीधा संकेत है।