नई दिल्ली। एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर इंसान बन गए हैं. उन्होंने फ्रांस के बर्नार्ड अरनॉल्ट को पीछे छोड़ते हुए दुनियाबर में सुर्खियां बंटोरी हैं. वैसे तो सुर्खियों में रहना एलन मस्क के लिए कोई नई बात नहीं है. आए दिन एलन मस्क अपने अजीब फैसलों या फिर सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर ही हेडलाइन्स में बने रहते हैं. कभी Twitter सीईओ को अचानक हटाने का फैसला हो, ट्विटर खरीदना हो या फिर सीईओ की कुर्सी पर डॉग फ्लोकी को बैठाना हो या फिर कंपनी में बड़ी संख्या में छंटनी करना ऐसे ही अजीब या अटपटे फैसलों के चलते वे हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. बावजूद इसके उनकी संपत्ति में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. आइए जानते हैं आखिर इन अजीब फैसलों के बाद भी वो कौनसा मैजिक है जो एलन मस्क को दुनिया का सबसे रईस शख्स बना रहा है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क की कुल संपत्ति 187.1 बिलियन डॉलर यानी भारतीय रुपयों के मुताबिक 15.4 लाख करोड़ रुपए पहुंच गई है. जबकि दूसरे नंबर पहुंच चुके फ्रांस के बर्नार्ड अर्नॉल्ट की संपत्ति अब 185.3 अरब डॉलर हो गई है.
एलन मस्क भले ही आए दिन अजीब बयानों को लेकर सेंटर ऑफ अट्रेक्शन बने रहते हों, लेकिन उनकी सबसे अमीर बनने के पीछे है उनका शातिर कारोबारी दिमाग. दरअसल जिस कंपनी को लेकर एलन मस्क कभी नुकसान उठा चुके हैं उसी के दम पर वो तेजी से आगे भी बढ़ना जानते हैं. मस्क की टेस्ला कंपनी के शेयरों में ही 90 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
ट्विटर के नए सीईओ को लेकर लंबे समय से चर्चाएं चल रही हैं. भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को हटाए जाने के बाद से ही मस्क ने इस सीट पर किसी को भी काबिज नहीं किया था. हाल में उन्होंने एक डॉगी को इस सीट पर बैठकर हर किसी का ध्यान खींचा था. लेकिन अब जल्द ही इस पद पर किसी की भर्ती होने जा रही है. बताया जा रहा है कि ट्विटर के नए सीईओ के तौर पर स्टीव डेविस का नाम सबसे आगे है.
स्टीव द बोरिंग कंपनी के सीईओ हैं. हालांकि ये बोरिंग कंपनी भी एलन मस्क की ओर से ही स्थापित की गई थी. यही नहीं स्टीव को एलन मस्क का काफी करीबी भी माना जाता है. बताया जाता है कि, स्टीव वही शख्स हैं जिसको एलन मस्क ने ट्विटर की लागत में 500 मिलियन डॉलर की कटौती करने का लक्ष्य दिया था. लेकिन स्टीव ने ये कटौती 1 अरब डॉलर तक की थी. यही वजह है कि, स्टीव डेविस पर एलन मस्क काफी भरोसा करते हैं. हालांकि अब तक उनके सीईओ बनाए जाने पर अभी आधिकारिक मुहर नहीं लगी है.