दुनिया में हिंदू धर्म की ताकत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। यहां तक खुद को सुपर पावर बताने वाला अमेरिका भी इससे अछूता नहीं रह गया है। हिन्दुस्तान में हिंदू और हिंदुत्व को लेकर चाहे जितनी बहस हो रही हो, लेकिन पिछले कुछ सालों में अमेरिका में हिंदुओं का वर्चस्व तेजी से बढ़ रहा है। जिसकी झलक अक्सर देखने को मिलती रही है। अब अमेरिका में हिंदुओं की अहमियत एक नया प्रमाण देखने को मिला है।
दरअसल अमेरिकी राज्य जॉर्जिया में अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर हिंदू विरासत माह घोषित किया गया है। जॉर्जिया के गवर्नर ब्रायन केंप ने अक्टूबर को ‘हिंदू विरासत माह’ घोषित किया है। राज्य में हिंदुओं के योगदान को समझते हुए ये फैसला लिया गया है। गवर्नर ने कहा है कि हिंदू विरासत को उसकी संस्कृति और भारत की आध्यात्मिक परंपराओं को ध्यान में रखते हुए मनाया जाएगा।
जॉर्जिया में हिंदू संगठन इसके लिए काफी लंबे समय से मांग कर रहे थे पर अब इंतजार खत्म हो चुका है। कुछ प्वाइंट्स में आपको बताते हैं इस घोषणा पत्र में क्या है? इससे आप अमेरिका में हिंदुओं की अहमियत समझ पाएंगे। जिसे ध्यान में रखते हुए जॉर्जिया के गवर्नर ने अक्टूबर को ‘हिंदू विरासत माह’ घोषित किया। हिंदू दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। दुनियाभर में हिंदू धर्म से 100 करोड़ लोग जुड़े हैं। सिर्फ अमेरिका में हिंदू धर्म से 30 लाख लोग जुड़े हैं।
हिंदू विरासत, हिंदू संस्कृति, हिंदू परंपरा और हिंदू मूल्य का अनुसरण करने वाले लोगों को समस्याओं का बहुमूल्य समाधान मिलता है। ये प्रेरणा के स्त्रोत का काम करता है। हिंदू अमेरिकन कम्यूनिटी ने जॉर्जिया में लोगों के जीवन के उत्थान में बहमूल्य योगदान दिया है।
अक्टूबर 2023 में हिंदू समुदाय के लोग जॉर्जिया और अमेरिका के दूसरे हिस्से में अपनी संस्कृति, आध्यात्मिक परंपरा जिसका मूल भारत में है। उसको फोकस करते हुए हिंदू विरासत माह मनाएंगे। दरअसल हिंदुओं के लिए अक्टूबर का महीना काफी खास माना जाता है। इसकी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान भी है। हिंदू संगठन के लोगों का कहना है कि ये फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि इसी महीने नवरात्रि का त्योहार होता है। ज्यादातर दिवाली का त्योहार भी इसी महीने मनाया जाता है। हालांकि इस बार दिवाली 14 नवंबर को है। अमेरिका में हिंदुओं के संगठन COHNA ने जॉर्जिया के गवर्नर के इस कदम का स्वागत किया है।
जॉर्जिया के हिंदू प्रेम को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि इसी साल की शुरुआत में जॉर्जिया विधानसभा ने हिंदूफोबिया और हिंदू-विरोधी कट्टरता की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था। जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी समाज के सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध करने और लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में योग, आयुर्वेद, ध्यान, संगीत और कला का योगदान है। सिर्फ जॉर्जिया ही नहीं, बल्कि अमेरिका के दूसरे राज्यों में भी हिंदू त्योहारों पर न सिर्फ जश्न रहता है बल्कि आधिकारिक रूप से छुट्टी भी रहती है।
अमेरिकी राज्य जॉर्जिया में अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर हिंदू विरासत माह घोषित किया गया है। ये जॉर्जिया के हिंदुओं के अथक समर्पण से संभव हुआ है। इतना ही नहीं साल 2022 में न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स ने साल 2023 यानी इसी साल से न्यूयॉर्क सिटी के स्कूलों में दिवाली के दिन सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा की थी।